उपचार की शक्ति हम सभी के अंदर है. यह हमारे अवचेतन मन में निवास करती है. महत्वपूर्ण यह है कि हमें इसे अपने मानसिक नजरिये से सक्रिय करना है, ताकि हम इच्छित परिणाम प्राप्त कर सकें. हमारे अवचेतन मन में एक ऐसा उपचारक सिद्धांत कायम रहता है, जो हमें रोगों से मुक्त कर सकता है. उपचार की यह प्रक्रिया आस्था के सिद्धांत पर करती है और आस्था के अनुरूप ही परिणाम मिलते हैं. जीवन का नियम विश्वास है. विश्वास मस्तिष्क का एक विचार है, जिसकी वजह से अवचेतन मन की शक्ति हमारी सोच के अनुसार इच्छित परिणाम की ओर बढ़ती है. हमारे मस्तिष्क का विश्वास हमारे मस्तिष्क का विचार है.
प्रार्थना चिकित्सा (Prayer Therapy) मस्तिष्क में काम करती है. यह मस्तिष्क के चेतन और अवचेतन स्तरोँ पर क्रमबद्ध, सामंजस्यपूर्ण और बुद्धिमतापूर्ण तरीके से काम करती है और उपचार के उद्देश्य से मस्तिष्क को निर्देशित करती है. हमारी बीमारी हमारे मन में रहने वाले भय से युक्त नकारात्मक विचारों के कारण बढ़ी. नकारात्मक विचारों को हटाकर सकारात्मक विचारों द्वारा हम अपने मन की उपचारक शक्ति की ओर मुड़ सकते हैं. ध्यान रहे - प्रार्थना चिकित्सा (Prayer Therapy) के साथ हमें अपना चिकित्सा उपचार (Medical Treatment) जारी रखना चाहिए.
हमें यह याद रखना चाहिए कि हमारे पास असीमित उपचारक शक्ति है, जो हर बीमारी का उपचार करने में सक्षम है.
प्रार्थना चिकित्सा के लिए निम्न विधि अपनाएं. प्रतिदिन सोने से कुछ समय पहले शांत मन से विचार करें कि मैं ठीक हो रहा हूँ और सुबह तक मैं और ठीक हो जाऊंगा. भगवान को धन्यवाद दें कि वह मुझे ऊर्जा दे रहा है और मैं बेहतर स्वास्थ्य के ओर बढ़ रहा हूँ.
आप निम्न प्रार्थना मन ही मन में दोहराएं - "हे परमेश्वर ! मैं आपको धन्यवाद देता हूँ कि आपने मुझे असीमित शक्ति दी है. यह संसार बहुत ही सुन्दर है और मेरा जीवन पहले से सुखमय होता जा रहा है. मैं आपसे अधिक सुखमय होने की प्रार्थना करता हूँ और विश्वास करता हूँ कि सुबह तक मैं और ठीक हो जाऊंगा. मैं आपको नमन करता हूँ."
विश्वास रखें - मेरा अवचेतन मन मेरे मन की उपचारक शक्ति को अधिक सक्रिय करेगा.
शुभकामनाओं के साथ,
केशव राम सिंघल